23 बैंकों के 96 खातों में पहुंची ठगी की रकम

मथुरा। साइबर अपराधी ठगी के नए-नए तरीके अपना रहे हैं। अब जालसाजों ने ठगी की रकम को टुकड़ों में बांटना शुरू कर दिया है। एक साथ कई राज्यों की बैंकों में ठगी की रकम को ट्रांसफर करते हैं, ताकि पकड़ में न आ सकें। ऐसे ही शिक्षक से 52 लाख रुपये की ठगी करने के बाद ठगों ने विभिन्न राज्यों की 23 बैंकों के 96 खातों में रकम ट्रांसफर की है। साइबर पुलिस की जांच में यह मामला पकड़ में आया है। इसमें से पुलिस को होल्ड कराए गए 9 लाख रुपये में से 72 हजार रुपये वापस कराने में सफलता मिली है। यह बैंकें नागालैंड व मेघालय और जम्मू-कश्मीर समेत अन्य राज्यों में स्थिति हैं। दरअसल, हाईवे थाना क्षेत्र के गोवर्धन रोड स्थित वसुंधरा ब्यू निवासी शिक्षक अमित कुमार ने दिसंबर 2024 में फेसबुक पर प्राइमरी बाजार में निवेश करने का विज्ञापन देखा था। विज्ञापन पर क्लिक करने के बाद उनके मोबाइल पर व्हाट्सएप लिंक आ गया। इसमें बाद साइबर अपराधियों ने शिक्षक की सारी जानकारी जुटा ली। फिर दोगुना मुनाफे का झांसा देकर ठगों ने प्राइमरी शेयर बाजार में निवेश के लिए ब्रोकर अकाउंट खुलवा दिया। इसके बाद शिक्षक से कई बार में 51.91 लाख रुपये निवेश करा दिए। कुछ दिन बाद यह रकम दोगुने मुनाफे के साथ अकाउंट में एक करोड़ रुपये दिखने लगी। पीड़ित ने यह रकम निकलने का प्रयास किया तो ठगों ने अकाउंट ब्लॉक कर दिया। यह देखकर शिक्षक के होश उड़ गए। उन्होंने 15 फरवरी को इसकी सूचना साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 पर दी। साइबर थाना प्रभारी छोटेलाल ने बताया है कि जांच जारी है। होल्ड कराई गई रकम में से करीब 72 हजार रुपये वापस कराने में सफलता मिली है। बाकी सारी रकम वापसी की प्रक्रिया जारी है। ठगी की जांच कर रही साइबर पुलिस को चौकाने वाली जानकारी मिली है। पुलिस ने जांच में पाया है कि साइबर ठगों ने 52 लाख रुपये की रकम को देश के विभिन्न राज्यों के 23 बैंकों के 96 खातों में ट्रांसफर की है। इनमें से कुछ बैंकों में 9 लाख रुपये होल्ड करा दिए हैं। यह सारी बैंक दूर-दराज के राज्यों में स्थिति हैं। इसमें मेघालय, नागालैंड, पश्चिम बंगाल, झारखंड, महाराष्ट्र, जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, गुजरात, कर्नाटक, राजस्थान समेत कई राज्य शामिल हैं। इन्हीं राज्यों के बैंक में साइबर ठगी की रकम भेजी गई है। एक-एक बैंक में साइबर अपराधियों के 10-10 बैंक खाते हैं। इन्हीं खातों में जालसाजों ने ठगी की रकम को टुकड़ों में ट्रांसफर किया है। फिलहाल साइबर पुलिस दूर-दराज वाले राज्यों में स्थित बैंकों के खाते खंगाल रही है।