गोवर्धन..भागवत कथा सुनने से होता है पापों का नाश ...रामदेव जी महाराज

भागवत कथा के पांचवे दिन बाल लीलाओं का वर्णन
गोवर्धन। डीग रोड स्थित शिवनगर कालोनी में श्रीमद्भागवत कथा के पांचवें दिन कथावाचक आचार्य रामदेव महाराज ने भक्तों को भगवान श्रीकृष्ण की बाल लीला का वर्णन सुनाया। सनातन प्रेमियों ने कथा व्यास का सम्मान किया।
मंगलवार को रामदेव जी महाराज ने कहा कि धनवान व्यक्ति वही है जो अपने तन, मन, धन से सेवा भक्ति करे वही आज के समय में धनवान व्यक्ति है। परमात्मा की प्राप्ति सच्चे प्रेम के द्वारा ही संभव हो सकती है। पूतना चरित्र का वर्णन करते हुए महाराज ने बताया कि पूतना राक्षसी ने बालकृष्ण को उठा लिया और स्तनपान कराने लगी। श्रीकृष्ण ने स्तनपान करते-करते ही पुतना का वध कर उसका कल्याण किया। माता यशोदा जब भगवान श्री कृष्ण को पूतना के वक्षस्थल से उठाकर लाती है उसके बाद पंचगव्य गाय के गोब, गोमूत्र से भगवान को स्नान कराती है। सभी को गौ माता की सेवा, गायत्री का जाप और गीता का पाठ अवश्य करना चाहिए। भगवान कृष्ण द्वारा उनको भगवान इंद्र की पूजन करने से मना करते हुए गोवर्धन महाराज की पूजन करने की बात कहते हैं।श्री ब्रज धाम पब्लिक स्कूल के डायरेक्टर रामेश्वर दयाल, प्रधानाचार्य विष्णु शर्मा, मोहनश्याम शर्मा , विष्णु ठाकुर , घनश्याम सैनी,विशाल, दशरथ सैनी, हरीश ठाकुर ने कथा व्यास को स्मृति चिन्ह एवं अंग वस्त्र पहनाकर सम्मानित किया। आचार्य विष्णु शर्मा तने बताया कि श्रीमद्भागवत कल्प वृक्ष है। भगवत कथा का श्रवण करने से जीवन मे सुख शांति का समावेश होता है। धर्म के प्रति आस्था बढ़ती है l