मथुरा में बनेगा डिजास्टर शेल्टर हाउस बाढ़ और अन्य आपदाओं से प्रभावित होंगे लोग मिलेगा सहारा

मथुरा। शहरी क्षेत्र में बाढ़ एवं दैवीय आपदा से प्रभावित लोगों को शरण दिए जाने के लिए कोई ऐसी व्यवस्था नहीं है, जहां पर इन लोगों को ठहराया जा सके। नगर विकास विभाग ने दैवीय आपदा से प्रभावित लोगों को शरण देने के लिए डिजास्टर शेल्टर हाउस बनाए जाने की अनुमति दी है। इसके तहत नगर निगम ने तैयारी शुरू कर दी है। इसके लिए भूमि की तलाश की जा रही है। भूमि फाइनल होने के बाद इसकी विस्तृत डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार की जाएगी। बाढ़ एवं दैवीय आपदा होने पर प्रभावित लोगों को आश्रय देने के लिए शहरी क्षेत्र में ऐसी कोई जगह नहीं है, जहां पर इन लोगों को ठहराया जा सके। कोरोना काल में बाहरी जिलों से आने वाले लोगों को रोकने का काम इंटर कॉलेज एवं अन्य स्थलों में किया गया था। इससे सबक लेते हुए सरकार ने अब इस तरह के इंतजाम किए जाने की ओर प्रयास शुरू किए हैं। नगर विकास विभाग ने नगर निगम को बाढ़ एवं दैवीय आपदा से प्रभावित लोगों के लिए डिजास्टर शेल्टर हाउस बनाने के निर्देश दिए हैं। इसके तहत साढ़े छह करोड़ रुपये की मंजूरी दी गई है। जल निगम सी एंड डीएस को इसके लिए अधिकृत किया गया है। इसके लिए भूमि की तलाश की जा रही है। शहरी क्षेत्र में ऐसी भूमि जहां पर डिजास्टर शेल्टर हाउस उपयोगी साबित हो, की ओर काम चल रहा है। नगर निगम के राजस्व विभाग के कर्मचारी इस ओर लग गए हैं। भूमि मिलने के बाद इसका प्रस्ताव शासन को भेजा जाएगा।शेल्टर हाउस में कामन कमरे एवं किचिन होगी। यहां पर 200 से 300 लोगों के ठहरने की व्यवस्था होगी। जरूरत पर उनके लिए गद्दे एवं चादर व रजाई की भी व्यवस्था की जाएगी। कामन शौचालय होगा।