मेरे ही पैसे नहीं दे रही थी दादी व बुआ, इसलिए कर दी हत्या

एसपी सिटी कुमार रणविजय सिंह ने बताया कि सिविल लाइंस के आजादनगर रेलवे हरथला कालोनी में साहिल शर्मा अपनी दादी सरोज शर्मा और बुआ वंदना शर्मा के साथ रहता था।
आरोपी साहिल ने बीते शुक्रवार की सुबह हथौड़ी से हमला कर अपनी दादी और बुआ की हत्या कर दी थी। इस मामले में गाजियाबाद निवासी विशाल गर्ग की तहरीर पर आरोपी साहिल शर्मा के खिलाफ हत्या का केस दर्ज किया गया है।
एसपी सिटी ने बताया कि आरोपी को गिरफ्तार कर पूछताछ की गई तो उसने चौकाने वाली बातें बताई। आरोपी ने बताया कि मेरे माता-पिता की मृत्यु के बाद से मैं अपनी दादी ओर बुआ के साथ रहता था। बुआ अविवाहित थी।
आरोपी ने बताया कि वह केवल आठवीं तक पढ़ा है। कम पढ़े लिखे होने के कारण कोई नौकरी नहीं मिली। इसलिए आय का साधन बनाने के अपनी दादी और बुआ से ऑटो खरीदवाने के लिए कहा, लेकिन दोनों ने मना कर दिया।
आरोपी ने पुलिस को बताया कि उसके माता-पिता की मौत के बाद उनकी सारी संपत्ति का वही वारिस है फिर भी दादी और बुआ उसे पैसे नहीं दे रही थीं।
गुस्से में ही उसने घर में रखी हथौड़ी से दोनों के सिर पर वार करके उनकी हत्या कर दी। एसपी सिटी ने बताया कि आरोपी को शनिवार को कोर्ट में पेश किया गया। जहां से न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया गया है।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट बयां कर रही बर्बरता की कहानी
बीते शुक्रवार को रात होने के कारण बुजुर्ग सरोज शर्मा और उनकी बेटी वंदना शर्मा के शव का पोस्टमार्टम नहीं हो सका था। शनिवार सुबह दोनों का पोस्टमार्टम किया गया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार सरोज शर्मा के सिर और चेहरे पर हथौड़ी से हमले के चार निशान मिले हैं।
उनके सिर की हड्डी टूट गई थी। चेहरे और सिर से बहुत अधिक खून बहने के कारण मौत की पुष्टि हुई है। इसी तरह वंदना शर्मा के चेहरे पर दो और सिर में पांच चोट के निशान मिले हैं।
उनके भी सिर और नाक के पास की हड्डी टूटी मिली है। सिर से अत्यधिक खून बहने के कारण उनकी मौत हुई। दोनों शव जिस हालत में थे उससे तय है कि हत्यारोपी ने बहुत ही निर्ममतापूर्वक पूरी ताकत के साथ उनके ऊपर हथौड़ी से हमला किया था।
आरोपी किसी भी हालत में दोनों को जिंदा नहीं छोड़ना चाहता था।