तांत्रिक और लड़कियों के बीच ‘मीडिया’ का काम, संभल के धनवर्षा गैंग में मथुरा का प्रोफेसर भी शामिल; कोर्ड वर्ड में होती थी डील

संभल पुलिस ने धनवर्षा गैंग के 14 आरोपियों को गिरफ्तार किया. गैंग गरीब लड़कियों का शारीरिक शोषण करता था. गैंग दुर्लभ वस्तुओं की पूजा से धन वर्षा का झांसा देता था.

तांत्रिक और लड़कियों के बीच ‘मीडिया’ का काम, संभल के धनवर्षा गैंग में मथुरा का प्रोफेसर भी शामिल; कोर्ड वर्ड में होती थी डील

उत्तर प्रदेश के संभल से हैरान और शर्मनाक करने वाला मामला सामने आया है. यहां पुलिस ने एक ऐसे गैंग के 14 लोगों को गिरफ्तार किया, जो लड़के-लड़कियों को टोना-टोटके के जरिए पैसा कमाने का लालच देकर उनसे न सिर्फ ठगी करते बल्कि उनका यौन शोषण किया करते थे. अब इस केस में एक और चौंकाने वाला खुलासा हुआ है. इस गंदे काम वाले गैंग में मथुरा की एक निजी यूनिवर्सिटी का प्रोफेसर भी शामिल है, उसे भी पुलिस ने गिरफ्तार किया है.

जादू-टोने के जरिए प्रोफेसर फंसाता था लड़के-लड़कियों को

ये कितना बड़ा फ्रॉड है कि गलत तरीके से पैसा कमाने के लालच में एक प्रोफेसर बेरोजगार युवक-युवतियों को जादू-टोने के जाल में उन्हें फंसाता था. उन्हें धनवर्षा का लालच देता और दरिंदगी के भंवर में डुबा देता. जरा सोचिए, इस दरिन्दे प्रोफेसर ने अपने छात्रों को किस तरह की शिक्षा दी होगी? पुलिस ने आरोपी प्रोफेसर दशरथ सिंह को गिरफ्तार किया है. उसके निशाने पर वो युवक-युवतियां होते जो रोजगार की तलश में भटक रहे थे. उन्हें यह गैंग और प्रोफेसर दशरथ जादू-टोने के जरिए अकूत पैसा कमाने का लालच देकर उनका यौन शोषण करता था.

ऐसे गिरफ्त में आया दरिंदा प्रोफेसर

संभल पुलिस ने 28 मार्च को इस खतरनाक गैंग के 14 सदस्यों को गिरफ्तार किया था. इनमें एक डीएन त्रिपाठी नाम का आरोपी भी शामिल है. एसपी पुलिस ने जब डीएन त्रिपाठी के मोबाइल की जांच की तो उसमें एक ऑडियो रिकॉर्डिंग मिली, जिसमें उसकी बात प्रोफेसर दशरथ से हो रही थी. ऑडियो रिकॉर्डिंग में लड़की को आर्टिकल और तांत्रिक को कारीगर कहकर संबोधित किया गया है.

उसमें आर्टिकल को कारीगर से काम कराने के लिए कहा गया.इसके बाद पुलिस ने दशरथ सिंह उर्फ डीएस सिसौदिया को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस ने प्रोफसर के मोबाइल से कई लड़कियों के वीडियो,फोटो व कोडवर्ड में गिरोह के बीच हुई बातचीत की चैट बरामद की.

लड़कियों को तांत्रिक से मिलवाता था

पुलिस के मुताबिक, प्रोफेसर दशरथ सिंह उर्फ डीएस सिसौदिया ने पूछताछ में बताया कि वह तीन साल से गिरोह के साथ जुड़ा है. उसने बताया कि वह गिरोह में बी पार्टी यानि मीडिया का सदस्य है. वह लड़की को तांत्रिक से मिलवाने की भूमिका निभाता था. पुलिस अधीक्षक कृष्ण कुमार विश्नोई ने बताया कि दशरथ से पूछताछ में गिरोह के बारे में काफी कुछ जानकारी सामने आई है.

प्रोफेसर द्वारा यूनिवर्सिटी की लड़कियों के शोषण का कोई तथ्य अब तक सामने नहीं आया है. पुलिस गिरोह की आखिरी कड़ी तक पहुंचने के लिए लगातार काम कर रही है. इस बात का भी पुलिस प्रयास कर रही है कि कोई पीड़ित युवती सामने आकर गिरोह के कारनामों के बारे में बताये.

प्राइवेट पार्ट पर तिल...' लड़कियों से संबंध बनाते थे 14 तांत्रिक, भरवाते थे फॉर्म, सवाल देख सुन्न हो जाएगा दिमाग

संभल पुलिस ने धन वर्षा गिरोह का पर्दाफाश करते हुए 14 आरोपियों को गिरफ्तार करके जेल भेजा है. गिरोह तीन कोड मीडिया आर्टिकल और कारीगर में काम करता था. मीडिया में काम करने वाले गिरोह

संभल पुलिस ने शातिर धनवर्षा गैंग का खुलासा कर 14 शातिर ठगों को गिरफ्तार किया है. दुर्लभ वस्तु की पूजा-पाठ करके धन वर्षा का झांसा देकर गैंग ठगी करता था. गरीब लड़कियों और महिलाओं का शारीरिक शोषण करता था. पुलिस ने दर्जनों लड़कियों के साथ गैंग द्वारा शारीरिक शोषण का किए जाने का दावा किया है. एसपी केके बिश्नोई ने घटना का खुलासा करते हुए बताया कि धनारी थाना क्षेत्र में एक युवक राजपाल ने तंत्र क्रिया के नाम पर मारपीट की शिकायत थाने में दर्ज कराई थी. युवक का आरोप था कि कुछ लोग ने जबरन घर से उसका अपहरण किया. वहां लेकर उसके साथ कुछ तंत्र क्रिया की. वो लोग गलत काम कर रहे थे. किसी तरह से वो बचकर वहां से भाग निकला. पुलिस ने अपहरण और हत्या के प्रयास का केस दर्ज किया.पुलिस ने गैंग की धरपकड़ की जिसमें बड़ा खुलासा सामने आया. एक धन वर्षा गिरोह का खुलासा हुआ. 14 लोगों को गिरफ्तार किया गया है.

गिरोह तीन चैनल में काम करता था. आर्टिकल, मीडिया और गुरु यानी कारीगर.

सबसे महत्वपूर्ण था. इस गिरोह के लोग गांव-कस्बे से महिलाओं और लड़कियों को चुनते थे. मीडिया चैन में कई तरह की जानकारी मांगते थे. मीडिया यानी गिरोह के सदस्य आर्टिकल तलाशते थे. आर्टिकल का मतलब लड़की, विषम परिस्थिति में पैदा हुआ कोई लड़का या कुंआरी लड़की, कोई जानवर जैसे दुर्लभ उल्लू, दो मुंहा सांप और दुर्लभ कछुआ शामिल है. गिरोह गरीब परिवार की लड़कियों और महिलाओं को टारगेट करते थे. उन पर तंत्र क्रिया करके 5 से लेकर 35 करोड़ों रुपये की धन वर्षा का लालच देते थे. गिरोह यूपी के एटा, आगरा और फिरोजाबाद में एक्टिव था.